17. श्रीमद भगवद गीता: सत्रहवाँ अध्याय – श्रद्धा त्रयविभाग योग
श्रीमद भगवद गीता: सत्रहवाँ अध्याय – श्रद्धा त्रयविभाग योग सत्रहवें अध्याय की संज्ञा श्रद्धात्रय विभाग योग है। इसका…
श्रीमद भगवद गीता: सत्रहवाँ अध्याय – श्रद्धा त्रयविभाग योग सत्रहवें अध्याय की संज्ञा श्रद्धात्रय विभाग योग है। इसका…
श्रीमद भगवद गीता: सोलहवाँ अध्याय – दैवासुर संपद्विभाग योग सोलहवें अध्याय में देवासुर संपत्ति का विभाग बताया गया…
श्रीमद भगवद गीता: पंद्रहवाँ अध्याय – पुरुषोत्तमयोग पन्द्रहवें अध्याय का नाम पुरुषोत्तमयोग है। इसमें विश्व का अश्वत्थ के…
श्रीमद भगवद गीता: चौदहवाँ अध्याय – गुणत्रय विभाग योग चौदहवें अध्याय का नाम गुणत्रय विभाग योग है। यह…
श्रीमद भगवद गीता: तेरहवाँ अध्याय – क्षेत्र क्षत्रज्ञ विभागयोग तेरहवें अध्याय में एक सीधा विषय क्षेत्र और क्षेत्रज्ञ…
श्रीमद भगवद गीता: बारहवाँ अध्याय – भक्तियोग बारहवें का नाम भक्ति योग है जो जानने योग्य है। जिसको…
श्रीमद भगवद गीता: ग्यारहवाँ अध्याय – विश्वरूप दर्शन योग ग्यारहवें का नाम विश्वरूपदर्शन योग है। इसमें अर्जुन ने…
श्रीमद भगवद गीता: दसवाँ अध्याय – विभूति योग श्रीमद भगवद गीता दसवें अध्याय का नाम विभूतियोग है। इसका…
श्रीमद भगवद गीता: नौवाँ अध्याय – राजविद्या राजगुह्य योग नवें अध्याय को राजगुह्ययोग कहा गया है, अर्थात् यह…
श्रीमद भगवद गीता: आठवाँ अध्यायः अक्षरब्रह्म योग श्रीमद भगवद गीता आठवें अध्याय की संज्ञा अक्षर ब्रह्मयोग है। उपनिषदों…